About


This website is an attempt to make available stories and novels of Munshi Premchand in a user friendly way. Even though 80 years have passed since his demise, his work is still relevant.

मेरी कहानियां प्रायः किसी न किसी प्रेरणा या अनुभव पर आधारित होती हैं। इसमें मैं ड्रामाई रंग पैदा करने की कोशिश करता हूँ। केवल घटना वर्णन के लिए या मनोरंजन घटना को लेकर मैं कहानियां नहीं लिखता। मैं कहानी में किसी दार्शनिक या भावनात्मक लक्ष्य को दिखाना चाहता हूं। जब तक इस प्रकार का कोई आधार नहीं मिलता, मेरी कलम नहीं उठती - प्रेमचंद
A work in progress -- It is still early days of this site. Please come back again as we add more and more material.